साल गुजर गया देखो कौन मुस्कुरा रहा है खात्मा तो छोड़ो छटपटा भी नही रहा है नए साल की दावत वो भी मना रहा है कोने में बैठा कोरोना चखना खा रहा है ~दीपक चंद्र~ ©Deepak Chandra इंस्टा आई डी -dpkchandra322