"प्रेम और परमात्मा" परमात्मा तेरे प्रेम का नशा कुछ अमृत सा है या मानो मधु के मीठे रस सा है प्रेम है तेरा सागर सा, एक बूंद मिले वही अमृत सी बूंद बूंद मिल सागर बन जा, बन धारा पावन प्रेम की बह जाऊं तेरी इस धारा में, मिल जाऊं तेरे इस सागर में बूंद बूंद प्रेम की ले तुझसे, एक गागर बन जाऊं मैं या तो खुदा खुद प्रेम बनूं में, या प्रेम बन तुझमें मिल जाऊं प्रेम से जीउं, प्रेम में जीउं, प्रेमी होकर ही तुझ तक चली आऊं मां बाप से लेकर परमात्मा तक सारा खेल प्रेम से है प्रेम करो प्रेम से जिअो जीवन मुक्ति का मेल प्रेम से है प्रेम है तो परमात्मा है अगर परमात्मा है तो प्रेम है क्यूंकि प्रेम ही परमात्मा है और परमात्मा ही प्रेम है प्रेम ही जीवन का आधार है...❣️❣️❣️ प्रेम से परमात्मा और प्रेम ही परमात्मा है....❤️ #प्रेम_और_परमात्मा #lovewithgod #खुदा_और_मोहब्बत #soulfulshunya #yqdidi #yqhindipoetry