चीरहरण कर बच्चियों का , कैसी मर्दानगी दिखाते हो ऐसी हरकतें कर बस , कलयुगी गंदगी दिखाते हो । ना उम्र का लिहाज़ , ना मायने रखते ज़ज़्बात बस दोष कपड़ों का तुम हर बार हमपे लगाते हो । चीरहरण कर बच्चियों का , कैसी मर्दानगी दिखाते हो । इज़्ज़त कुत्तों की ऎसे मर्दों से ज़्यादा है कर्म कुत्तोँ से भी बत्तर है , कहने को मर्द ये कहलाते है ऎसी हरकतें कर बस , कलयुगी गंदगी दिखाते है । #Woman #Women