जब हम बच्चे थे तो बड़ो की बात सुनने की संस्कृति थी जब बड़े हुए तो बच्चों की बात सुनने का कल्चर आ गया मतलब हमारी तो किसी ने सुनी ही नही... -वेद प्रकाश ©VED PRAKASH 73 #सच्ची_बात