White मुझे हार बैठे,थी जिनकी पुजारी तुम्हारे हवाले है अस्मत हमारी सभा मे सभी बस मुझे देखते हैं पितामह गुरुवर नजर फेरते हैं आओ की अब श्याम भंवर में हैं नारी तुम्हारे............................।। दुशाषन ये पल्लू खिचे जा रहा है दुखिया कि दशा पे हँसे जा रहा है सबको बुला के देखो श्याम हारी तुम्हारे.............................। जुल्फे हैं बिखरी बदन ,सहमा सहमा मारे शरम के ये पल ठहरा ठहरा आके बचालो मै शरण मे तिहारी तुम्हारे............................।। राजीव ©samandar Speaks #Thinking