जब खड़ा रहूं मैं बटोही सा थककर तरुवर की छाया में, तब शीतल मंद बयार सी तुम मेरे मन को क्यूँ सहलाती हो। हे मृग नयनी तुम नयनों से क्यूँ प्रेमसुधा बरसाती हो... 💕 #KumarAshok ✒️ #मृगनयनी 🍂 #Beauty मृगनयनी #KumarAshok✒️ #love❤ #Heart