#5LinePoetry वो लहरों की मस्ती, वो दरिया का किनारा। वो मौज भारी नैया में, पतवार का सहारा। वो सूरज की किरणे, वो पानी सुनहरा। वो संगम की नगरी, जहां घर है हमारा। Prayagraj The sangam city ©Vivek Singh #5LinePoetry वो #लहरों की #मस्ती वो #दरिया का #किनारा। वो मौज भारी नैया में, पतवार का सहारा। वो #सूरज की किरणें , वो #पानी सुनहरा। वो #संगम की #नगरी , जहां #घर है हमारा। Prayagraj