तुझको पाने निकला था मैं जंगल जंगल, दिखा नहीं तू बस दिखता था जंगल जंगल, पंछी शजरे चाँद सितारे छोड़ गए सब, आँगन कमरा अब लगता है जंगल जंगल, कोई रास्ता तो होगा जो तुझ तक जाये, आ पहुँचूँगा मिलने तुझसे जंगल जंगल, हमको दुनिया ऐसे थोड़े रहने देगी, निकल चलें चल दूर कहीं अब जंगल जंगल, तेरे क़दमों में दुनिया ने ख़ुशियाँ डाली, 'सानू' दे पाया तुझको बस जंगल जंगल । जंगल जंगल #yqhindi #yqshayari #jungle #sanubanu #yqdidi #yqpoetry