शोर- गुल मचाने से नाम नहीं बनता... काम ऐसा करो की ख़ामोशी भी अख़बारों में छप जाए..!! शोर- गुल मचाने से नाम नहीं बनता... काम ऐसा करो की ख़ामोशी भी अख़बारों में छप जाए ..