Nojoto: Largest Storytelling Platform

ग़मो की धूप हैं, रोजों ग़म​ के सायें है, फौजी बेटा

 ग़मो की धूप हैं, रोजों ग़म​ के सायें है,
फौजी बेटा तो, हर मां की जान हैं।
 ग़मो की धूप हैं, रोजों ग़म​ के सायें है,
फौजी बेटा तो, हर मां की जान हैं।

ग़मो की धूप हैं, रोजों ग़म​ के सायें है, फौजी बेटा तो, हर मां की जान हैं।