धूप की चौक से, ज़िंदगी की तख्ती पे सफर लिखा है, मैंने रात को रात, और रात को ही अब सहर लिखा है सहर-सुबह #रात #सहर #ज़िंदगी #सफर #धूप #yqdidi #yqhindi