उस ने दूर रहने का मशवरा भी लिखा है साथ ही मुहब्बत का वास्ता भी लिखा है उसने ये भी लिखा है मेरे घर नहीं आना साफ़ साफ़ लफ़्ज़ों में रास्ता भी लिखा है कुछ हरूफ लिखे हैं ज़ब्त की नसीहत में कुछ हरूफ में उस ने हौसला भी लिखा है शुक्रिया भी लिखा है दिल से याद करने का दिल से दिल का है कितना फ़ासला भी लिखा है © मोहसिन नक़वी ©saru writes #मोहसिननकवीकीरचना #मोहसिन_नक़वी #Darknight