आज फिर अरमानों का महल बसने चला ही था, की पर कोई अपना साथ होकर भी छुट गया.. न जाने क्या किस्मत लिखी थी उसकी, जो सपनें बुनने से पेहले ही शिशा टुट गया.. #secretlove #hidden_love It's difficult to hide when all you want is to go and confess...