ए दिले नादान तुझे हुआ क्या है। तेरे इस मर्ज़ की दवा क्या है। इन आंखों की वजह से जो तड़पा है। बता इन आंखों की सज़ा क्या है। ये उसे देखती है और देखे जाति हैं। ये बागी हो गईं, इसमें तेरी खता क्या है। हम दोनो चाहते हैं, भूलना उसे ए दिल। वो भुलाया नहीं जाता, मसला क्या है। उसने तो इकरार ए मोहब्बत तक ना किया। फिर तुझे उस से गीला क्या है। जिस मोहब्बत के भरम में बैठा है बरसों से। बता तुझे उस मोहब्बत से मिला क्या है । क्यों तड़प रहा है हिज्र में उसके। आखिर वो तेरा लगता क्या है। ©Mohd Shuaib Malik~सनम #Morning #दिल #mohdshuaibmalik #सनम