Nojoto: Largest Storytelling Platform

मुराद थी मेरी कि तुम खुशियों से आँचल भरोगे, आँसू प

मुराद थी मेरी कि तुम
खुशियों से आँचल भरोगे,
आँसू पीकर मुस्कानों से
तुम होंठों को ढाँपोगे,
अफ़सोस!वाक़िफ़ नहीं थी
तुम्हारी बदनीयती से कि
यों दगा देकर तुम
मेरा ही चमन लूटोगे!! #मुराद#पुरानी डायरी के पन्नों से#21.9.82
मुराद थी मेरी कि तुम
खुशियों से आँचल भरोगे,
आँसू पीकर मुस्कानों से
तुम होंठों को ढाँपोगे,
अफ़सोस!वाक़िफ़ नहीं थी
तुम्हारी बदनीयती से कि
यों दगा देकर तुम
मेरा ही चमन लूटोगे!! #मुराद#पुरानी डायरी के पन्नों से#21.9.82
anjupokharana7639

Anjali Jain

New Creator
streak icon1