तेरी दी हुई नीली कमीज़, के जिसमें आज भी तेरी ख़ुशबु है। वहीं तो एक बस मेरे ज़िस्म के रूबरू है।। एक तू है जिसके सपने से भी मै ओझल हो चूका हूँ। एक मै हूँ जिसकी आँखों में तू आज भी हूबहू है।। ©shivesh pandit तेरी दी हुई नीली कमीज़, के जिसमें आज भी तेरी ख़ुशबु है #nojoto #poetry #love #shayari #writersofinstagram #poetrycommunity #nojotoapp #thoughts #quote #quoteoftheday