गंगा की निर्मलता शिव की सत्यता की आराधना सुनता हूँ। सूक्ष्म की विराटता और विराट में उस सूक्ष्म का अनुभव करता हूँ । उस कलम धार में दीपों की रोशनी जैसा है निर्मल उजास 'शनि' , आत्मदीपों के इस दीप से आपको दीपोत्सव पर सजदा करता हूँ।। अनन्त उजास की प्रसन्नता जैसी है मन की रोशनी इस समय आज, एक बार फिर से मैं आपको ये दीपोत्सव मुबारक कहता हूँ।। # 'शनि' #दीपोत्सव मुबारक #Sunilpareeksunny #sunilpareekG #deepawli2019