मेरी मातृभाषा 'हिंदी' आज ये कहती है हमसे यदि मानते हो माँ दिल से तो क्यों उपेक्षित मैं तुमसे हूँ व्यथित इस व्यवहार से तुम्हारे बदलते संस्कार से अंग्रेजी के बढ़ते प्रसार से व्यर्थ की सारी तकरार से हिन्द की पहचान है मुझसे संस्कृति की आन है मुझसे मधुरता के भाव हैं मुझसे सहजता के उद्गार हैं मुझसे फिर क्यों बोलने में शर्मिंदगी मेरी मातृभाषा हिन्दी आज ये कहती है हमसे... #HindiDiwas #QandA #nojoto #nojotohindi #Hindi #truth #कविता #विचार #tst #kalakakah #kiranbala