आज शाम जब कभी अकेले में शाम के उजाले मे अपने नर्म हाथों से जबभी लिखना चाहोगे कोई अच्छी सी कोई सच्ची सी कोई प्यार का लम्हा कोई मुस्कराता पल याद के दरीचे से मेरा नाम छुप छुप कर तुम को याद आएगा तुम को याद आएगा ©Shah Aftab #PoetInYou RJ_Keshvi