मैं तेरे मखमली बिछौने का सिलवट ही तो हूं, हर शाम मुझे संवारकर तुम गहरी नींद सो जाना, सुबह मैं ख़ुद ब ख़ुद तेरा हसीं रूप हो जाऊंगा।। मैं तेरे मखमली बिछौने का सिलवट ही तो हूं, हर शाम मुझे संवारकर तुम गहरी नींद सो जाना, सुबह मैं ख़ुद ब ख़ुद तेरा हसीं रूप हो जाऊंगा।। Do comment 🤞 Follow @shyamal_ke_shabd @ayushmannk @mid__nyt__thoughts