अगर फुर्सत में लिखूं तो गलियों की चाय समझ लेना ... अगर सुकून लिखूं तो गंगा का किनारा समय समझ लेना ... अगर इश्क़ लिखूं तो बनारस समझ लेना.... ।। ##ishq banarasiya##