जल रही थी एक रौशनी उस चौराहे पर हमेशा की तरह उस रात भी ....., ज़ब काफ़िला गुजरा था मिटे अरमानों की, बरसती निगाहों से दिखा भी तो सब धुंधला नज़र आया, जो साफ नज़र आया....., वो हक़ीक़त थी टूटे ख़्वाबों की 🍁 #roshni #chauraha #gawghar🍁🍁