अकेला ही सही.... हां पर हारा नही हूं में, रुक सा गया हूं जरूर पर चलना भुला नही हूं में, ये राहें जो अनजान थी कभी अब अपनी सी लगती है ये मुश्किलें सभी मुझे हमसफर सी लगती है, काटों से सजी कभी राह देख चुका हूं ये चट्टाने भी अब मामूली सी लगती है मंजिल की तलाश में निकल पड़ा हूं जो उसे अब पा ही लूंगा, कामयाबी का परचम मंजिल पर लहरा ही दुंगा, कदमों को मंजिल की चाह का हौसला मिलता है मुड़के देखूं तो मुश्किलोसे उभरता ये रासता दिखता है| #20thquote #motivation #inspiration #lifequotes