"" जिम्मेदारियों के दबाव में एक औरत खुद को भूल जाती है दूसरों को खुश करने में इतनी खो जाती है की खुद की परछाई से बहुत दूर हो जाती है बचे लम्हों को भी वो अपनों में कैसे खर्चे यही सोचते-सोचते दिन रात बिताती है जिम्मेदारियों के दबाव में एक औरत खुद को भूल जाती है शादी करके आती है तो उसकी जिंदगी बदल जाती है परिवार और पति यही सिर्फ चारों तरफ पाती है क्या थी क्या हो जाती है वो ये सब भूल जाती है सुबह से लेकर शाम जिम्मेदारियों का बोझ उठाती है जिम्मेदारियों के दबाव में एक औरत खुद को भूल जाती है परिवार के लिए हंसती और परिवार के लिए मुस्कुराती है दिल में दर्द हो तो भी , कुछ नहीं कह कर चुप हो जाती है झूठी मुस्कान लाकर तकलीफों को छुपाती है ये औरतें भी कैसे इतनी महान बन जाती है जिम्मेदारियों के दबाव में एक औरत खुद को भूल जाती है ।।"" (राज)🌷 ####Happy hariyali Teej###dedicated to all women