ज़िंदगी की कली खिलने लगी अपने बगिया में महकने लगी खिल कर फूल बन मुस्कुराने लगी वक्त इतना बेरहम निकला बेवक्त आकार किसी ने तोड़ दिया ज़िंदगी खत्म होने से मुरझा गई। सुप्रभात। ज़िन्दगी की कली, दिल में खिलती गई... #ज़िन्दगीकीकली #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi