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ए बादल इतना बरस कि नफ़रतें धुल जाएं, इंसानियत तर

ए बादल इतना बरस कि नफ़रतें धुल
 जाएं, 
इंसानियत तरस गई है प्यार पाने के
 लिए...!! इंसानियत तरस गई है प्यार पाने के लिए...
#Nojoto448
ए बादल इतना बरस कि नफ़रतें धुल
 जाएं, 
इंसानियत तरस गई है प्यार पाने के
 लिए...!! इंसानियत तरस गई है प्यार पाने के लिए...
#Nojoto448