चुप थे कुछ लम्हे याद है तेरे संग बिताये हुए अभी आखों में अश्क आये थें के हम चुप थे सिफ अश्क ही आरहे थे लबों पे लफ्ज़ कोरे कागज की तरह थे तेरे संग बिताये हुए पल बारिश की तरह बूँदें ही आखों से गीर रही है ©Anita Najrubhai #PoetInYou #आखों के अश्क