बातों बातों मे साल भर का याद देकर जा रहा तू तो निकल रहा जल्दी मे कुछ घंटों के बाद पर मेरे दिल मे मेरे ख्वाहिशों को ठंडे दर्द से भरे हवाओं मे दफना कर जा रहा भूलना मत तलब है मुझे उसे पाने की 2019 के साथ निकलेगा फिर आएगा 2020 मे फिरभी मै ऐसा ही निडर मिलूंगा 'राजपूत हूँ' मौत के साथ कुछ हुनर छोड़ जाने की आदत है #अलविदा_दिसंबर #December - nayak 0.9 ☑ " Mr. Rajput "