तुम लगाओ दिल लोगों से, हम तो चाय के दीवाने हैं। तुम्हे हुआ है इश्क़ नया नया, हम तो इसके आशिक़ पुराने हैं।। तुम करो फिक्र दुनियां की, हम तो यहां सबसे बेगाने हैं। पहचान है सिर्फ चाय पीने वालों से, बाकी सब तो मेरे अनजाने हैं। उम्र होती है इंसान की कम बहुत, हे चाय! ,तेरे तो ज़माने हैं। कम हैं उम्र मेरी , तारीफ में तेरी ढेर सारे तेरे फसाने हैं। पी लेता हूं चाय कभी भी मैं पीने के कहीं बहाने हैं। फ़ुरसत में मिलो तो बताएंगे, कितने इसके अफसाने हैं। नहीं हैं शराब की दुकानें इतनी, जितने चाय के महखाने हैं। पहचान जातें हैं महक इसकी, शमा हैं ये,हम तो परवाने हैं। -Keshav #chaishayari #shayari #hindishayari