मेरा सपना कैसा है मुझे भी आसमान मे उड़ना है मुझे भी सपने बुन्ना है कब ये सोचा था जिंदगी ऐसी होती है जिसमे जीवन के हज़ारो रंग होंगे कुछ फीके कुछ चमकीले पर मेरे हिस्से तो सिर्फ फीके ही मिले आसमान को छूने की ख्वाहिश थी पर मै तो उड़ना ही ना जान पायी कब मुझमे वो ताकत होगी की मै भी उड़ना जानूंगी ©introvert मेरे सपने #dream_sgr #सपने #poem