Nojoto: Largest Storytelling Platform

White कहीं दूर निकल जाऊ,इस आसमा से परे, मंज़िल की

White कहीं दूर निकल जाऊ,इस आसमा से परे, मंज़िल की लताश हैं।
इस रंगबिरंगी दुनियां मैं यू, जिंदगी हताश है।।
कहने को तो कुछ नहीं, हर आइना उदास हैं।
सितम हर जहां में,है मगर इंसानों का लिबास हैं।।

©Kalpit Singh
  #Night #lonely 
#SAD #नफरत