*कभी ख़ामोश बैठुंगा कभी कुछ गुनगुनाउँगा, तुम इतना याद आओगे, मुझे जितना वो भूलाएगा* जितने भी लम्हें जीये हैं, कर के याद दे दोस्ती का नाम.. जल के खुद चाहत की आग में कपटी तुम कह चले अब दोस्ती ही थी जो वो टूट गयी, अब याद आये मुझे वो बरसों के याराने..... वो बरसों के याराने... #याराने #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi