वक्त का पहिया यूँ ही चलता जा रहा है धीरे-धीरे ये सफ़र भी कटता जा रहा है ख्वाहिशों का गठ्ठर जो थामा था तुमने धीरे-धीरे वो भी अब सिमटता जा रहा है बीते वक्त में काट रहे हो क्यों उम्र अपनी तुम ही ठहरे हो वो तो गुज़रता जा रहा है था जिस कल का इंतज़ार तुम्हें कब से वही आज बनकर निकलता जा रहा है।। ©ᗩᗰIT KOTᕼᗩᖇI🙃 #ज़िन्दगी_का_सफर #Twowords Nñ..Radha..Singh..Rajput I.A.S dreamerneha 🌟 🌟Annie 💫