ख़्वाहिश की आग में दिल सुलगता गया। ज़िस्म धीरे से गर्म होकर पिघलता गया। सोचा रात में चाँदनी से प्यास बुझा लेंगे! बादल घने आये और चाँद ढलता गया। तुम आओ और सहलाओ मेरे ज़ज़्बात ! मेरा मन बहलाओ जो मचल सा गया। ♥️हिन्दी एरोटिका 💐नमस्कार ..मैं GulnaaR Tanha Raatein परिवार में आपका हार्दिक स्वागत करती हूँ ..ऊपर दिये गये चित्र को अपने कामुक शब्दों से सजाये। 💐अपने भाव से 6 लाईनों में लिखें .. (6 लाइन्स हिंदी एरोटिका ) 💐 Font size छोटा रखें ताकी wall