बीच भंवर से डूब जाऊ पर किनारा नहीं चाहिए। गिरता हूं गिरने दो सहारा नहीं चाहिए। बाते मीठी मीठी पर सब झुठ, अकेला ही ठिक हूं धोका दोबारा नहीं चाहिए। #सम्राटsachin #mywrittings #findingyourself