सब कुछ प्रेम में ही ओतप्रोत है, हिंसा की गहराई तक जाओगे तो वो भी प्रेम के खातिर ही होती है। व्यक्ति से प्रेम, समाज से प्रेम, धर्म से प्रेम,अपनो से प्रेम,अपने आप से प्रेम, लोग अपनी कल्पना में जिससे भी प्रेम करते हे उसके लिए युद्धरत हो जाते है। ©JD PITHIYA #Love #Butterfly