कुछ अरमानों को पकड़ कर हम भागते रहे , सोचा था वो अरमान पूरे होंगे तो चैन लेंगे , इसलिये हम रात भर जागते रहे .......... आज पीछे देखते हैँ तो सोचते हैँ , वो अरमान तो कब के पूरे हो गये थे , फिर यूँही उम्र भर क्यों भागते रहे ........ Arman