ये ग़म मुझसे भूला क्यों नहीं जा रहा, ये बंद पेटी का ताला, मुझसे खोला क्यों नहीं जा रहा। ज़िंदगी गुज़री ख़ामोशी में, मरते वक्त भी मुझसे बोला क्यों नहीं जा रहा। ©Shivampatil #Death शायरी हिंदी में शायरी दर्द 'दर्द भरी शायरी'