वो ज़िंदगी कहाँ है जिसकी चाह की थी मैंने सोचा था तुम मेरे रहोगे शायद ज़्यादा की माँग की मैंने मैं बनी रही हमेशा ही तुम्हारी ज़िंदगी यूँ ही तमाम की मैंने भूल गई सब कुछ मन का नहीं मिलता तुमसे क्यूँ प्रेम की चाह रखी मैंने 🌹 वो ज़िन्दगी कहाँ है... #वोज़िन्दगी #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi 04/01/2021 16/365 #writingresolution #mनिर्झरा