सुबह की पहर कितनी खास है ... दिन के नये होने का एहसास है ... ख्वाइश ऐसी के क्या साँस हे .. सुबह की पहर कितनी खास है ... राते गुज़री हे खाली अंधेरो में अब क्या एह्सास हे .. ! दिन के लिए उजाला लिए दिनकर अभी आएगा ... ! ठहरे बिना अपना कर्म बनाएगा .... ! ©G0V!ND DHAkAD #morningmood 🌄 🌅 #MereKhayaal