|एक-अनेक| मंजिल आज भी वही है, पर पहुंचने के रास्ते अनेक है। प्यार भी उससे ही है, पर दूर होने की वजह अनेक है। बोला गया शब्द भी एक है, पर उसको समझने के तरीके अनेक है। मासूम आंखो से तो नजर अनेकों लोग आते है, पर हकीकत में तो बस अपना कोई एक है। #yqbaba#एक#अनेक#जिंदगी#आंखे