हर पिता की ताज है बेटियां माँ की सबसे ख़ास है बेटियां घर की रौनक भाई की मुस्कान भोर की गाती कोयल सी उसकी आवाज है वो ईश्वर की रचना मन से नादान घर मे गूँजती पायल की छन छन बन कर दुर्गा भर देती है हर घर मे खुशियां हर पिता की ताज है बेटियां माँ की सबसे ख़ास है बेटियां दूर हो कर भी पास है हर पल की एहसास है दर्द में जब भी आवाज लगाएं माँ बेटो से पहले पहुँचती है बेटियां दो घरो को जोड़ लाती है खुशियां हर पिता की ताज है बेटियां माँ की सबसे ख़ास है बेटियां बेटियों से ही घर मे गूँजती है किलकारी फिर क्यों इस दुनियां में मार दी जाती है बेचारी दहेज़ की आग में झुलसती है बेटियां कभी भ्रूण में ही मार दी जाती है बेटियां आने दो संसार में ढलने दो आकार में बोझ नही होतीं है बेटियां हर पिता की ताज है बेटियां माँ की सबसे ख़ास है बेटियां M K Manish #LookingDeep #pyaribeti