वो एक महान वैज्ञानिक "डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम" थे, और मैं एक नासमझ सी "अश" हुँ। वो महान थे और मैं नादान हुँ, फिर भी जन्म दिन का साथ हुँ। 😋 आप फुलवारी हो मैं एक नाजुक सा फूल 😊 बस कुछ ज्यादा ही तारीफ कर दी मैंने खुद की 😂😂😁😁😁😁😁 आपने कहा था, इन्तेज़ार करने वाले को सिर्फ उतना ही मिलता हैं जितना कोशिश करने वाले छोड़ दिया कर देते हैं और मैं कोशिश हर उस हद करती हुँ जहाँ तक मेरी हिम्मत और किस्मत मेरा साथ ना छोड़ दे Wo ek mahan vaiyanik the