Maa माँ पत्थर हो भले सबके लिए... मेरे लिए तो मोम सी पिघल जाती हैं उस मौत की भी औकात नही हैं की वो मुझे गले लगाले.. माँ जब घूर के देखती हैं.. तब वो भी चुपके से निकल जाती हैं ©Deepak "dilwala" माँ का दर्जा #माँ #maa #Mother #Nojoto #Hindi #nojotohindi #5linespoetry #adhurevakya #Pyar #निस्वार्थ