ख्वाहिश है हमारी भी तितलियों सी जिंदगी जीने की, आजादी से घूमने फिरने की अपनी मनमानी करने की। अपनी मर्जी की राहें चुन उन पर चलकर नाम करने की, अपनी मनमर्जी के सारे रंग अपनी जिंदगी में भरने की। अपनी काबलियत को पहचान कर उसको निखारने की, हर मुश्किल से लड़कर खुद अपनी जिंदगी संवारने की। A challenge by Collab Zone🌟 तितलियों सी जिंदगी - तितली जैसा जीवन ✔️समय - 11 मार्च शाम 5 बजे तक ✔️ 4-6 पंक्तीयो में ही रचना लिखनी है ।