Nojoto: Largest Storytelling Platform

यादें तो तुझे भी आती होंगी ओ राही कढ़ी धूप में छाँव

यादें तो तुझे भी आती होंगी
ओ राही कढ़ी धूप में छाँव की,,
लौट के आजा रे मुसाफ़िर
तुझको बुलाती राहें तेरे गाँव की।।
©नीलम रावत #यादें #गाँव
यादें तो तुझे भी आती होंगी
ओ राही कढ़ी धूप में छाँव की,,
लौट के आजा रे मुसाफ़िर
तुझको बुलाती राहें तेरे गाँव की।।
©नीलम रावत #यादें #गाँव