ये जो जान कर भी अनजान बनने की आदत है तुम्हारी,, ये आदत तुम्हारी, मुझे लगती है बहोत ज्यादा प्यारी।। और न जाने कैसा ताल्लुक़ है तुम्हारा, मेरी जिंदगी में मुझसे ,, धीरे धीरे मुझको आदत सी होने लगी है तुम्हारी।। ©Akash shah ताल्लुक़, मोहब्बत 2 by Akash shah #lyricsstatus #hindiurdushayri #hindishayari #hindikavita #hindikavitayen #motivation #india #holdinghands