तेरी माथे, मेरी माथे को चूमे तेरी कमरिया मेरी बांहों में झूमें मेरे सीने पे तेरी नाजुक़ हाँथ हो दोनों के आँखों में मासूम जज़्बात हो हम रहें एक दूजे में, पल यहीं ठहर जाये दिल में तेरी साँसो से ही मुझे सांस आये प्रेम की जन्मदात्री,प्रेम की मातृ,ममता की मूरत हो तुम क्या कहूँ ? कैसे कहूँ ? प्रिये....कितनी खूबसूरत हो तुम तेरे संग मोहब्बत-ए-सफर और भी वाकिफ हो...! जब भी तेरी प्रेम इतिहास लिखूं, वो ऐतिहासिक हो...!! 🌱______________💌Historical love 💌________________🌱