उफ़्फ़..!!!तौबा क़हर ढाती ये कजरारी आँखें फ़ीकी कर देती जो, श्रृंगार की तमाम सौगातें, उफ़्फ़..!!!तौबा क़हर ढाती ये कजरारी आँखें फ़ीकी कर देती जो, श्रृंगार की तमाम सौगातें, 🎀 Challenge-342 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। 🎀 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं लगता और रचना भी अच्छी दिखती है।