ख़ुद में ख़ुद की मौजूदगी का होना बहुत ज़रूरी है "हिमांश", यहाँ पर तो ग़ालिब को भी किसी याद में गुले-गुलज़ार कर दिया गया है॥ Firstlly, Invite yourself..!!!